ऑपरेशन सिंदूर: 7 मई 2025 को भारत ने पाकिस्तान पर किया बड़ा हमला – जानिए पूरा घटनाक्रम

7 मई 2025 की सुबह भारतवासियों के लिए बेहद अहम और ऐतिहासिक बन गई जब भारतीय सेना ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर एक सर्जिकल स्ट्राइक की पुष्टि की। इस गुप्त मिशन को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया – एक ऐसा नाम जो देश की रक्षा और मातृभूमि के सम्मान की शपथ को दर्शाता है। यह हमला आतंकवाद के विरुद्ध भारत की कठोर नीति और सैन्य ताकत का प्रत्यक्ष प्रमाण बन गया।

📌 ऑपरेशन सिंदूर क्या है?

ऑपरेशन सिंदूर भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) और पाकिस्तान के भीतर मौजूद आतंकी अड्डों पर किया गया एक सुनियोजित और सीमित समय का सैन्य अभियान था। इस ऑपरेशन का मुख्य उद्देश्य उन आतंकवादी समूहों को समाप्त करना था जो लगातार भारत के खिलाफ गतिविधियों में संलिप्त थे, विशेष रूप से जम्मू-कश्मीर और पंजाब क्षेत्रों में।

इस ऑपरेशन को भारतीय वायुसेना, थल सेना और खुफिया एजेंसियों के संयुक्त प्रयास से अंजाम दिया गया। विशेष रूप से RAW (रिसर्च एंड एनालिसिस विंग) और NTRO (नेशनल टेक्निकल रिसर्च ऑर्गनाइजेशन) की भूमिका निर्णायक रही।


🔥 ऑपरेशन की पृष्ठभूमि: क्यों पड़ा ऑपरेशन सिंदूर की ज़रूरत?

पिछले कुछ महीनों में भारत में आतंकवादी हमलों की घटनाएं तेज़ी से बढ़ रही थीं। अप्रैल 2025 में जम्मू के कठुआ सेक्टर में हुए आत्मघाती हमले में भारतीय सेना के 12 जवान शहीद हो गए। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान-स्थित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने ली थी।

इससे पहले भी पंजाब, राजस्थान और कश्मीर में लगातार घुसपैठ, ड्रोन के ज़रिए हथियारों की आपूर्ति और आतंकी नेटवर्क की गतिविधियाँ सामने आ रही थीं। भारत सरकार और सेना के लिए यह स्पष्ट हो चुका था कि जवाब देने का समय आ गया है।

प्रधानमंत्री कार्यालय ने गुप्त रूप से सेना प्रमुख और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार को निर्देश दिए कि पाकिस्तान को इस बार उसकी भाषा में जवाब दिया जाए।


🕒 हमले की टाइमलाइन: जानिए ऑपरेशन सिंदूर का पूरा घटनाक्रम

🔹 3 मई 2025: RAW की खुफिया रिपोर्ट से यह पुष्टि हुई कि पाकिस्तान में 6 बड़े आतंकी ठिकानों पर घातक गतिविधियां चल रही हैं। इनमें से तीन कैंप PoK में थे, और बाकी तीन पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा व बलूचिस्तान क्षेत्र में।

🔹 4-5 मई 2025: स्पेशल फोर्सेज की टीमों को सीमा पर सक्रिय कर दिया गया। एयरफोर्स के मिराज 2000, SU-30MKI और ड्रोन विमानों को स्टैंडबाय मोड में रखा गया।

🔹 6 मई की रात: ऑपरेशन सिंदूर की फाइनल ग्रीन सिग्नल प्रधानमंत्री कार्यालय से दी गई। सभी यूनिट्स को कोड वर्ड ‘सिंदूर रेडी’ के तहत मूवमेंट का आदेश दिया गया।

🔹 7 मई 2025, सुबह 2:30 बजे: ऑपरेशन शुरू हुआ। भारतीय वायुसेना के जेट्स ने PoK के आतंकी ठिकानों को टारगेट करते हुए लेजर गाइडेड बमों से हमला किया। भारतीय सेना की स्पेशल फोर्सेज ने LOC पार कर 3 आतंकी कैंप्स को तबाह किया।

🔹 सुबह 5:00 बजे तक: मिशन पूर्ण हुआ। सभी यूनिट्स सफलतापूर्वक सुरक्षित वापस लौट आईं। 50 से अधिक आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि हुई।


✈️ भारतीय सेना की रणनीति और तकनीक

इस ऑपरेशन में भारतीय सेना ने निम्नलिखित आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया:

  • हारोप ड्रोन: दुश्मन के रेडार और कमांड सेंटर्स को निशाना बनाया गया।
  • Sukhoi और Mirage विमानों से अचूक बमबारी
  • सैटेलाइट इमेजिंग से रियल टाइम निगरानी
  • नाइट विजन गियर और थर्मल कैमरा से ग्राउंड ऑपरेशन की सफलता सुनिश्चित की गई।

💬 राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया

भारत में इस हमले को लेकर जबरदस्त जनसमर्थन देखने को मिला। सोशल मीडिया पर #OperationSindoor ट्रेंड करने लगा। विपक्षी दलों ने भी सरकार के इस निर्णय को राष्ट्रहित में बताया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा:

“ये नया भारत है। हम शांति चाहते हैं लेकिन आतंकवाद के प्रति शून्य सहिष्णुता की नीति पर अडिग हैं। ऑपरेशन सिंदूर भारत की संप्रभुता की रक्षा का एक निर्णायक कदम है।”

पाकिस्तान की ओर से विरोध में बयान आए, लेकिन अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने भारत के आत्मरक्षा के अधिकार को स्वीकार किया। अमेरिका, फ्रांस, जापान और रूस जैसे देशों ने भारत के रुख को समझने की बात कही।


📊 ऑपरेशन सिंदूर की मुख्य उपलब्धियाँ

क्रमांकउपलब्धिविवरण
1️⃣आतंकी ठिकानों का विनाश6 बड़े कैंप्स को खत्म किया गया
2️⃣भारत की कोई हानि नहींसभी सैनिक सुरक्षित लौटे
3️⃣हाई टेक्नोलॉजी का उपयोगड्रोन, सैटेलाइट, नाइट विजन
4️⃣वैश्विक समर्थनप्रमुख देशों से नैतिक समर्थन
5️⃣आतंकियों में भयआतंकवादी संगठनों की गतिविधियों में भारी गिरावट

🧠 विश्लेषण: क्या बदल जाएगा ऑपरेशन सिंदूर के बाद?

  1. पाकिस्तान पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ेगा। FATF जैसी एजेंसियाँ पाकिस्तान को और निगरानी में लेंगी।
  2. भारत की सैन्य छवि और सशक्त होगी।
  3. आतंकियों की घुसपैठ में भारी कमी आने की संभावना।
  4. देश में आंतरिक सुरक्षा एजेंसियों का मनोबल बढ़ेगा।

🙏 शहीदों को नमन, जवानों को सलाम

इस ऑपरेशन में कोई सैनिक शहीद नहीं हुआ, जो कि हमारी सेनाओं की तैयारी और कुशलता को दर्शाता है। फिर भी, यह अवसर हमें याद दिलाता है उन अनगिनत शहीदों की, जिन्होंने अपने प्राण मातृभूमि पर न्योछावर किए।


📣 निष्कर्ष:

ऑपरेशन सिंदूर केवल एक सैन्य अभियान नहीं, बल्कि यह एक संदेश है – कि भारत अब आतंकवाद और दुश्मनों के कायरतापूर्ण हमलों का जवाब उसी की भाषा में देना जानता है। यह देश के सुरक्षा ढांचे, खुफिया नेटवर्क और सैनिकों की बहादुरी का प्रमाण है। भारतवासियों को अब यह यकीन हो चला है कि सीमा पार कोई भी गतिविधि हो, उसका माकूल जवाब दिया जाएगा।


जय हिंद! वंदे मातरम्!